Sexologist Logo
SEXOLOGIST
Dr.Anil Gaikwad

Doctor call

Female Sexual Problems Treatments

Vaginal Infection (vaginal dryness) - योनि में सूखापन

Female Sexual Problem

योनि में सूखापन की समस्या किसी भी महिला को हो सकती है, आमतौर पर एस्ट्रोजन के स्तर कम होने से योनि में सूखापन होता है। ये एक हार्मोन है जो योनि की परत को चिकनाई युक्त, गाढ़ा और लोचदार बनाए रखता है। महिलाएं मेनोपॉज़ में चली गयी है तो उनमे योनि में सूखापन होना आम समस्या की तरह है। योनि में सूखापन एक स्वास्थ्य समस्या है। ऐसे में महिला संभोग के दौरान दर्द महसूस कर सकती है। कुछ मामलो में महिलाएं सेक्स के प्रति अरुचि रखने लगती है। महिला के शारीरिक विकास व अन्य गतिविधि में बाधा उत्पन्न करता है। सही समय पर निदान व उपचार न करने से योनि संक्रमण का जोखिम हो सकता है। चलिए आज के लेख में योनि में सूखापन के कारण के बारे में विस्तार से बताते हैं

योनि में सूखेपन के कारण ? (Causes of Vaginal Dryness in Hindi)
योनि में सूखेपन का मुख्य कारण एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आना होता है। इसके अलावा उम्र बढ़ने पर महिलाओं में एस्ट्रोजन के उत्पादन में कमी आने लगती है और महिलाओं में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम होने लगता है। हालांकि महिलाओं में पेरिमेनोपॉज़ के दौरान मासिकधर्म का आखिरी चरण की तरफ जाता है। मेनोपॉज़ एक ऐसी स्तिथि है जो एस्ट्रोजन उत्पादन में कमी का कारण बनती है। कुछ अन्य कारण शामिल है।

जैसे – स्तनपान।, सिगरेट पीना।, डिप्रेशन में होना।, अत्यधिक तनाव।, प्रतिरक्षा प्रणाली विकार।, प्रसव।, कठोर व्यायाम।, कुछ कैंसर उपचार, जैसे कि श्रोणि में विकिरण, हार्मोन थेरेपी या कीमोथेरेपी।, अंडाशय के सर्जिकल हटाने की प्रक्रिया।

योनि में सूखेपन के लक्षण ? (Symptoms of Vaginal Dryness )

योनि में सूखापन होने से योनि व श्रेणी के छेत्रो में असुविधा उत्पन्न होने लगती है। योनि में सूखापन के निम्न लक्षण हो सकते है इनमे शामिल हैं।

  • संभोग के प्रति इच्छा में कमी आना।
  • योनि में जलन होना।
  • योनि में खुजली होना।
  • योनि में चुभन होना।
  • संभोग के बाद सामान्य रक्तस्राव होना।
  • संभोग के दौरान योनि में दर्द होना।
  • मूत्र पथ में संक्रमण होना।

 

हालांकि महिलाओं में योनि में सूखापन की समस्या होने पर चिकिस्तक के पास जाने में सकोंच करती है। ऐसा इसलिए वे इन समस्या को शर्मिदगी मानती है। लेकिन सामान्य योनि में रूखापन की समस्या आगे चलकर जटिलता उत्पन्न करता है। महिलाओं को शर्म छोड़कर चिकिस्तक से लक्षणो के बारे में बात करे ताकि समस्या को समय पर ठीक किया जा सके।

योनि में सूखेपन का निदान ? (Diagnoses of Vaginal Dryness )

योनि में सूखापन एक तरह की समस्या है जो किसी भी महिला को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में चिकिस्तक आपको निम्न सुझाव दे सकते है। योनि में समस्या के बारे में पूछते है और अनुभव हो रहे लक्षण के बारे में जानकारी लेते है। इसके अलावा मासिकधर्म से जुड़े कुछ सवाल कर सकते है। परीक्षण में पेल्विक परीक्षण करते है और कुछ मामलो में लैब टेस्ट के लिए स्वाब ले सकते है। सामान्यतौर पर लक्षण के आधार पर चिकिस्तक परीक्षण करता है। कुछ ऐसे भी मामले होते है जिनमे चिकिस्तक व्यक्तिगत विवरणों पर बात करते है जो की महिला को शर्मिदगी लगती है लेकिन बात चित से चिकिस्तक लक्षणो को रोकने का प्रयास किया जाता हैं।

योनि में सूखेपन का इलाज ? (Treatments for Vaginal Dryness )

योनि में सूखेपन की समस्या है तो निम्न तरह से उपचार किया जा सकता है। लुब्रिकेंट तरल पदार्थ की तरह होता है जिसका उपयोग योनि में नमी बनाने के लिए किया जा सकता है। संभोग के दौरान योनि के रूखेपन को दूर करने के लिए लुब्रीकेंट व जेल का उपयोग करने से रूखेपन से राहत मिलती हैं।


योनि में नमी बनाने के लिए कुछ वैजिनल मॉइस्चराइजर क्रीम मेडिकल पर उपलब्ध है। योनि में रूखेपन को कम करने के लिए योनि पर लगा सकते है। यदि योनि में रूखापन केवल संभोग का कारण नहीं है तो लुब्रिकेंट का उपयोग कर सकते है।


यदि मेनोपॉज़ के वजह से योनि में रूखापन होता है तो आपके चिकिस्तक वैजिनल एस्ट्रोजन की सिफारिश कर सकते है। इससे मेनोपॉज़ के दौरान व बाद में एस्ट्रोजन की कमी को बढ़ाता है। वैजिनल एस्ट्रोजन क्रीम, गोलिया व वैजिनल रिंग के रूप में उपयोग किया जा सकता है। हालांकि किसी का अत्यधिक उपयोग योनि में असुविधा पैदा कर सकता है। चिकिस्तक के मुताबिक जो महिला मेनोपॉज़ से गुजर रही है उनके लिए लुब्रिकेंट, एस्ट्रोजन उपचार व मॉइस्चराइजर क्रीम उपयोगी होता है।


कई मामलो में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के माध्यम से उपचार किया जाता है। महिलाओं में मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन के स्तर में कमी आ जाती है ऐसे में हार्मोन की दवाएं लेने की सलाह दी जाती है। एचआरटी वैजिनल एस्ट्रोजन की तुलना में अधिक प्रभावकारी होता है। चिकिस्तक की सलाह के अनुसार की दवा का सेवन करे।